परमाणु हमले में खुद को कैसे बचाएं? | How to protect yourself in a nuclear attack in Hindi

दोस्तों आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको परमाणु बम के हमले से बचने से रिलेटेड पूरी जानकारी देते हैं जो परमाणु बम के हमले से बचने से खुद को सुरक्षित/बचाना चाहते है और इसके बारे में पूरी इनफार्मेशन चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

परमाणु हमले में खुद को कैसे बचाएं?

अगर किसी देश पर परमाणु बम हमले का खतरा मंडरा रहा है तो सबसे पहले आप घनी आबादी वाले क्षेत्र यानी की बड़े शहरों को छोड़कर अपने किसी रिश्तेदार के वहाँ छोटे शहरों में या फिर गांव में चले जाये क्योंकि अक्सर परमाणु बम हमले का खतरा सबसे ज्यादा बड़े शहरों पर ही होता है क्योंकि दुश्मन देश किसी देश का ज्यादा से ज्यादा नुकसान करना चाहता है इसके अलावा दोस्तों दुनिया के कई देशों में ज्यादातर बड़े शहरों में ही जैसे सेल्टर्स मौजूद है जहाँ पर परमाणु बम के हमले से सुरक्षा मिल सके, कई सारे देशों में जिसमें हमारा देश भारत भी आता हैं आम लोगों के लिए ये सेल्टर बहुत कम है और ज्यादातर ऐसे सेल्टर्स हमारी आर्मी और वी वीआईपी लोगों को ही मिलती है.

अगर आपने भी अपने घरों में कोई ऐसा सेल्टर बनाया है या फिर आप किसी सेल्टर्स के बारे में जानते है तो वहाँ जाकर आप उस सेल्टर में सुरक्षित रह सकते हैं और ऐसे समय में आपके आसपास कोई अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन है तो वहां पर भी आपको कुछ सुरक्षा मिल सकती है क्योंकि अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन या मेट्रो स्टेशन से बहुत ही गहरे और मजबूती से बड़े होते है लेकिन अगर परमाणु बम अगर आपकी लोकेशन एरिया के आसपास के 5km के अंदर गिराया गया है तो फिर आपका बचना मुश्किल होगा क्योंकि इतनी दूरी में किसी भी चीज़ का बच पाना मुश्किल है

लेकिन अगर आपका एरिया परमाणु बम के हमले से 5km से ज्यादा दूर है तो आप इस हमले से बच सकते हैं साथ ही आस-पास के बंकर में बेसमेंट में या फिर कोई अंडरग्राउंड जगह पर चले जाएं और वहाँ पर पहुंचते ही उल्टा लेट जाये, पहले वाले धमाके से आप थोड़ा दूर है तो आपको उसके तुरंत बाद ही दूसरा धमाका और पहले वाले धमाके से ज़्यादा तेज धमाका सुनाई देगा इसलिए आप उस बंकर में एक तुरंत अपने कान बंद कर लें.

दूसरा वाला धमाका इतना खतरनाक होगा कि इसमें कई सारी बड़ी-बड़ी इमारतें तुरंत राख बन जाएगी लेकिन अगर आप किसी सेल्टर में है तो ऐसा हो सकता है कि उस सेल्टर को भी कुछ थोड़ा बहुत नुकसान पहुंचे, लेकिन उसमें आपके बचने के उम्मीद रहती हैं लेकिन अगर आपकी किस्मत बहुत अच्छी है और आप परमाणु हमले के सेल्टर पॉइंट से ही कई किलोमीटर दूर होंगे और आप दूसरे धमाके से भी बच जाते हैं तो अब आपका सामना आसमान से बरसने वाले मलबे और रेडियेशन्स से आपका सामना होगा. न्यूक्लियर ब्लास्ट से मुख्य तीन तरह के रेडिएशन निकलते है अल्फा रेडियेशन, बीटा रेडियेशन और गामा रेडियेशन, इनमे से अल्फ़ा रेडियेशन कागज जैसी चीज़ के आर-पार भी नहीं जा सकती है

लेकिन बीटा रेडियेशन्स जा सकती है लेकिन मुख्यतः अल्फा और बीटा रेडिएशन किसी ठोस वस्तु के आर-पार नहीं जा सकती है इसलिए अगर आप किसी बिल्डिंग का बेसमेंट के अंदर हो तो आपको अल्फा और बीटा रेडिएशन का कोई खतरा नहीं है लेकिन आप बाहर खुले आसमान में रहेंगे तो बीटा रेडिएशन से जल जरुर सकते हैं लेकिन बीटा रेडियेशन सबसे ज्यादा खतरनाक होती है गामा रेडियेशन आसानी से किसी भी सॉलिड या ठोस वस्तु के आर पार भी जा सकती है और इंसान के डीएनए में भी परिवर्तन कर सकती है और इसके लॉन्ग टर्म इफेक्ट्स भी बहुत ही खतरनाक होते हैं इन रेडियेशन्स का असर लगभग 24 से 36 घंटों तक सबसे ज्यादा रहता है ऐसे में सांस लेना भी आपके लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है

लेकिन ऐसे में अगर आप किसी बेसमेंट में हैं तो आप इस रेडियेशन से बच सकते हैं इस बेसमेंट में अगर आप जख्मी हैं तो तुरंत फर्स्ट-किट का उपयोग करके अपने जख्मों को भर ले और अगर आपको कही पर कोई जख्म नही हुआ है और आस-पास पानी की मौजूदगी है तो तुरंत नहा ले लेकिन नहाते समय आपको अपने शरीर को रगड़ना नही है सिर्फ पानी से अपने पूरे शरीर को धो लेना है और साथ ही अपने बालों को, नाक को और अपने हाथ और पांव के नाखूनों को अच्छे से साफ करना है और अपने पुराने कपड़ों को बिलकुल नहीं पहनना है जिससे आप रेडिएशन से बच सकें.

अगर आपके पास बेसमेंट में कोई शरीर को ढकने के लिए कपड़ा हो तो उसे ओढ़ लें और अपने आस-पास हर वो चीज़ जो आपको काम की लगे उसे ले लें लेकिन आपको बंकर से बाहर नही निकलना है क्योंकि बाहर रेडिएशन अपनी चरम सीमा पर होगा और एक ही सांस में इंसान की मौत हो सकती है साथ ही बहुत ही भयंकर गर्मी भी होगी.

अगर हो सके तो 20 से 25 दिन या एक महीने तक आपको बंकर से बाहर नही निकलना है और यहाँ पर आपको कम से कम खाना और ज्यादा समय तक सोना है और अगर आपके पास कोई जीपीएस सिस्टम या रेडियो या फ़ोन जैसा कोई भी डिवाइस है तो उससे आप बाहर के लोगो से संपर्क करने की कोशिश कर सकते हैं आमतौर पर ऐसी परिस्थिति में एक हफ्ते से 10 दिन के समय में बाहर की दुनिया से मदद मिल ही जाती है बचाव अभियान टुकड़ियां लोगों को ढूंढना शुरू कर देती है और जब आपको पता चल जाये कि बाहर लोग मदद के लिए आ गए हैं तब आप बंकर से बाहर निकल सकते हैं लेकिन बाहर निकलने से पहले मुंह पर कुछ न कुछ जरुर ढक लें,

लेकिन अगर कोई बचाव टुकड़ी आप तक नहीं पहुँच पाती तो आप 20 या 25 दिन से पहले बेसमेंट से बाहर बिलकुल न निकले, और 20 से 25 दिनों में बाहरी विनाश थम गया होगा और बाहर जाकर आपको दिखाई देगा कि आस-पास का पूरा एरिया ढह चुका होगा शायद आप अकेले ही बचे होंगे. लेकिन इसके बाद आपको उस एरिया को छोड़ देना है और जिस दिशा में परमाणु विस्फोट हुआ है उसके उलटे दिशा में चले जाना है.

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