फुटबॉल कैसे खेला जाता है? | फुटबॉल खेलने के नियम क्या है?

Football kaise khelte hai in hindi- आप में से बहुत से लोग फुटबॉल खेलना पसंद करते हैं लेकिन उन्हें फुटबॉल  खेलने के रूल्स के बारे में जानकारी नही होती है, तो आइये आज हम आपको फुटबॉल खेलने के बारे में पूरी जानकारी देते हैं.

फुटबॉल कैसे खेला जाता है? और इसे खेलने के नियम क्या है?

फुटबॉल एक तरह का खेल होता है जो एक बड़े स्टेडियम में खेला जाता है इसमें दो टीम होती है टीम A और टीम B होती है इसमें टीम A के खिलाड़ियों को टीम B के गोल में गेंद डालनी होती है और टीम B के खिलाड़ियों को टीम A के गोल में गेंद डालनी होती है अगर बॉल गोल लाइन या साइड लाइन के बाहर जाती है तो कुछ अलग चीज होती है इसमें जो बीच में लाइन होती है वो रनिंग क्लॉक होती है.

फुटबॉल 90 मिनट का गेम होता है इसमें 2 हाफ 45 मिनट के होते है और दोनों टीमों में 11-11 प्लेयर होते है और इसमें 3 सब्सटीट्यूशन अलाउड होते हैं अगर एक सब्सटीट्यूशन खेल से बाहर जाता है तो दूसरा आता है इस खेल में अगर प्लेयर बाहर गया तो वो फिर से अंदर नही आ सकता है.

गेम के लास्ट में इंजरी टाइम ऐड किया जाता है 1 से 8 मिनट तक जितना टाइम वेस्ट होता है उसे ऐड किया जाता है मोस्टली 2 से 4 मिनट ही ऐड किया जाता है दोनों टीम के प्लेयर की ड्रेस का कलर अलग-अलग होता है गोल कीपर एक अलग तरह की ड्रेस पहनते हैं  गोल कीपर बॉल को हाथ लगा सकता है बाकि के प्लेयर खेल के दौरान बॉल को हाथ से नही उठा सकते हैं. गोल कीपर के पास एक स्पेशल पॉवर होती है.

दोनों टीमों में गोल के पास के एरिया को डिफेंस बोला जाता है इसमें प्लेयर हाथ का यूज कर सकते हैं डिफेन्स के बाहर के एरिया को मिड फील्डर कहा जाता है और मिड फील्डर में प्लेयर हाथ का यूज नही कर सकते हैं मिड फील्डर का काम डिफेंस से ऑफेंस में ले जाना आगे स्ट्राइकर को देना मिड फील्डर के बाद के एरिया को स्ट्राइकर बोला जाता है स्ट्राइकर्स का काम बॉल को गोल में डालना होता है.

मिड फील्डर ज्यादा एरिया कवर करते है क्युकी उन्हें बॉल को डिफेंस भी करना होता है और बॉल को आगे भी ले जाना होता है.

बॉल को गोल (Goal) कैसे करना होता है?

बॉल को आप किसी भी तरह से गोल कर सकते हैं गोल में आप पैर या हेड से भी बॉल को गोल के अंदर डाल सकते हैं अगर बॉल गोल के अंदर गयी तो गोल होगा. गोल तभी माना जाता है जब बॉल पूरी तरह से गोल के अंदर चली जाएगी इसके लिए गोल डिस्कशन सिस्टम टेक्नोलॉजी का यूज किया जाता है जिससे पता लगाया जाता है कि बॉल पूरी तरह से अंदर है या नही. अगर बॉल गोल लाइन के बाहर चली जाती है तो फिर उसे गोल किक बोला जाता है.

फुटबॉल (Football kaise khelte hai in hindi) में जब सामने वाली टीम बॉल लेने की कोशिश करती है तो उसे टैकल बोला जाता है अगर टैकल करते समय पैर फुटबॉल पर लगा तो ठीक है लेकिन अगर आपका पैर फुटबॉल की जगह पैर-पैर पर ही लग गया तो वो फाउल (Fouls) होता है और उसे येल्लो कार्ड दिया जाता है अगर उसे प्लेयर ने दो बार फाउल किया तो उसे  रेड कार्ड दिया जायेगा और अब उस प्लेयर की टीम एक कम खिलाड़ी के साथ खेलेगी, मतलब कि उस खिलाड़ी को मैच के बाहर कर दिया जायेगा. एक कंडीशन में कार्ड नही दिया जाता है अगर किसी प्लेयर का हाथ लग जाता है तो उसे फ्री किक दिया जाता है. अगर फाउल डिफेंस एरिया के अलावा बाहर कही होता है तो जहाँ पर फाउल हुआ है वहां पर बॉल रखी जाती है और सामने वाली टीम को फ्री किक दी जाएगी और वो वहां से किक मार सकता है.

अगर यही फाउल डिफेंस एरिया में होता है तो फिर पेनल्टी किक दी जाती है, पेनल्टी किक में सिर्फ गोलकीपर होगा और आपकी टीम प्लेयर को डायरेक्ट गोल करने का चांस मिलेगा. ऑफ साइड तब होता है जब आपका प्लेयर बॉल पास करते समय उनके लास्ट डिफेंडर से भी पीछे है तो वो ऑफ साइड होती है और फिर आपकी गेंद नही मानी जाएगी और बॉल दूसरी टीम को दे दी जाएगी.

Image Credit: Shutterstock

इसे भी पढ़े?

हॉकी खेल क्या है? | हॉकी खेलने के रूल्स क्या होते हैं?

Net Worth क्या होता है? | What is Net Worth in hindi

कंप्यूटर साइंस का स्कोप क्या है?

Leave a Comment